1) 
कब उनके लबों से इज़हार होगादिल के किसी कोने में हमारे लिए भी प्यार होगागुज़र रही हैं अब तो यह रातें बस इसी सोच मेंकि शायद उनको भी हमारा इंतज़ार होगा।
2) 
सबने कहा इश्क़ दर्द है;
हमने कहा यह दर्द भी क़बूल है;
सबने कहा इस दर्द के साथ जी नहीं पाओगे;
हमने कहा इस दर्द के साथ मरना भी क़बूल है।
🌹
- Rekha Shingwani
कब उनके लबों से इज़हार होगादिल के किसी कोने में हमारे लिए भी प्यार होगागुज़र रही हैं अब तो यह रातें बस इसी सोच मेंकि शायद उनको भी हमारा इंतज़ार होगा।
सबने कहा इश्क़ दर्द है;
हमने कहा यह दर्द भी क़बूल है;
सबने कहा इस दर्द के साथ जी नहीं पाओगे;
हमने कहा इस दर्द के साथ मरना भी क़बूल है।
🌹
- Rekha Shingwani

 
 
 
 
 
 
 
 
No comments:
Post a Comment