Tuesday, September 17, 2024

Sargam Mitra Mandal's Ganeshotsav 2024 Exhibit A Message of Environmenta...



Sargam Mitra Mandal's Ganeshotsav 2024 Exhibit : A Message of Environmental Conservation Awareness



Mumbai, 16th September 2024: Sargam Mitra Mandal of Mulund (W) has continued its 53-year tradition of celebrating Ganeshotsav with great enthusiasm and new messages this year.

Every year, the mandal presents exhibits that spread awareness and messages for the betterment of society. For this year’s 2024 Ganeshotsav, they have highlighted important themes related to environmental conservation, such as wind energy, solar energy, modern agriculture, and the preservation of natural resources.

The mandal has emphasized to the younger generation the importance of maintaining a balance between development and nature. With the message, "A prosperous nature is the true foundation of life," they have focused on raising environmental awareness.

As in previous years, thousands of devotees peacefully gather to witness the innovative exhibit. Through this display, the mandal aims to raise environmental awareness in society. Sargam Mitra Mandal's remarkable exhibit has repeatedly won first prizes from local police and various organizations.

The festival is being celebrated with great excitement, amid chants of "Ganpati Bappa Morya!"

"Ganpati Bappa Morya!"

 

सरगम मित्र मंडळचा गणेशोत्सव 2024 देखावा : पर्यावरण संरक्षणासाठी जागरूकतेचा संदेश

मुंबई, १६ सप्टेंबर २०२४ : मुलुंड (प) येथील सरगम मित्र मंडळाने 53 वर्षांची गणेशोत्सव साजरा करण्याची परंपरा यंदाही मोठ्या उत्साहात आणि नवीन संदेशांसह सुरू ठेवली आहे.

दरवर्षी, मंडळ आपल्याला जागरूक करणारे आणि समाजहिताचे संदेश देणारे देखावे सादर करते. यंदाच्या 2024 गणेशोत्सवात त्यांनी पर्यावरण संरक्षणाच्या दृष्टीने पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा, आधुनिक शेती, आणि नैसर्गिक संपत्तीच्या जतनासारख्या महत्त्वाच्या विषयांवर प्रकाश टाकला आहे.

मंडळाने नव्या पिढीला विकासासोबत निसर्गाचा समतोल राखण्याचे महत्त्व समजावून सांगितले आहे. "समृद्ध निसर्ग हाच जीवनाचा खरा आधार" या संदेशासह त्यांनी पर्यावरणीय जागरूकतेवर भर दिला आहे.

दरवर्षीप्रमाणे, हजारो भक्त मंडळाचा नवकल्पक देखावा बघण्यासाठी शांततेत गर्दी करतात. या देखाव्यातून समाजात पर्यावरणीय जाणीव निर्माण करण्याचा मंडळाचा उद्देश आहे. सरगम मित्र मंडळाच्या या उत्कृष्ट देखाव्याला स्थानिक पोलीस आणि विविध संस्थांकडून वारंवार प्रथम पारितोषिक प्राप्त झालेले आहे.

गणपती बाप्पा मोरया” च्या जयघोषात मंडळाचा उत्सव मोठ्या उत्साहाने साजरा होत आहे.

"गणपती बाप्पा मोरया!"

 


L.B.S. Cha Raja: Shri Santoshi Mata Cultural Art Mandal’s Grand Ganesh Festival


L.B.S. Cha Raja: Shri Santoshi Mata Cultural Art Mandal’s Grand Ganesh Festival

Shri Santoshi Mata Cultural Art Mandal, Mulund (W), has celebrated its public Ganesh festival with great enthusiasm for the past 33 years, continuing the tradition this year as well. The tall and mesmerizing idol of Lord Ganesha, similar to the famous Lalbaugcha Raja, has attracted thousands of devotees who gather to seek blessings. Devotees flock in large numbers to witness the divine beauty of the idol and participate in the spiritual atmosphere. The mandal's dedicated volunteers come together with enthusiasm to make the festival a grand success.


एल.बी.एस. चा राजा श्री संतोषीमाता सांस्कृतिक कला मंडळाचा भव्य गणेशोत्सव

श्री संतोषीमाता सांस्कृतिक कला मंडळ, मुलुंड (प.), ने सालाबाद प्रमाणे यंदाही 33 वर्षापासून श्री सार्वजनिक गणेशोत्सव मोठ्या उत्साहात साजरा केला आहे. या गणेशोत्सवात मंडळाने उभारलेली बाप्पांची उंच आणि मनमोहक प्रतिमा लालबागचा राजा प्रमाणे भक्तांचे आकर्षण ठरली आहे. हजारो भक्त या गणरायाच्या दर्शनासाठी गर्दी करतात आणि भावपूर्ण वातावरणात सहभागी होतात. मंडळाचे सर्व कार्यकर्ते उत्साहाने आणि एकजुटीने हा उत्सव यशस्वी करण्यासाठी कार्यरत आहेत.


Monday, September 16, 2024

A Lesson of Judiciary in Chhatrapati Shivaji Maharaj's Era


A Lesson of Judiciary in Chhatrapati Shivaji Maharaj's Era: Kene family of Devrung Bhiwandi sent a poignant message against rape through the film 'Chowrang Shiksha' at their home Ganeshotsav.

 

छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या काळातील न्यायव्यवस्थेचा धडा : देवरूंग भिवंडीतील केणे कुटुंब ह्यांनी घरगुती गणेशोत्सवात  ‘चौरंग शिक्षा’ चलचित्राद्वारे बलात्कार विरोधात मार्मिक संदेश


ठाणे, भिवंडीच्या देवरुंग येथील घरगुति गणेशोत्सवात केणे कुटुंब ह्यांनी यंदा एक वेगळ्या प्रकारचा सामाजिक संदेश देणारे चलचित्र सादर करण्यात आले. वाढत्या बलात्कारी घटनांवर आणि आरोपींना होत असलेल्या अल्प दंडावर प्रखर प्रकाश टाकत, छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या काळात अशा गुन्ह्यांसाठी दिली जाणारी कठोर शिक्षा या विषयावर आधारित ‘चौरंग शिक्षा’ हे चलचित्र प्रेक्षकांना भावले.

या चलचित्रातून दाखवले की, छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या काळात न्यायव्यवस्थेत बलात्कारासारख्या गंभीर गुन्ह्यांसाठी आरोपींना अत्यंत कठोर शिक्षा दिली जात असे. हा संदेश आजच्या काळातही महत्वाचा असून, समाजातील प्रत्येक व्यक्तीने या संदेशाचा विचार करून, आपल्या कर्तव्याची जाणीव ठेवावी, असे आयोजकांचे मत होते.

समाजातील वाढत्या गुन्ह्यांना आळा घालण्यासाठी या चलचित्राने प्रभावी भूमिका निभावली असून, ‘चौरंग शिक्षा’ हा व्हिडीओ जनतेपर्यंत पोहोचावा म्हणून त्याचा अधिकाधिक प्रसार करण्याचे आवाहन करण्यात आले आहे. "जर तुम्ही साहेमंत असाल, तर हा व्हिडीओ जास्तीत जास्त लोकांना फॉरवर्ड करा," असेही आयोजकांनी आवर्जून सांगितले.

 

Full video of making

https://youtube.com/watch?v=6lXjMnfJz4s&feature=shared


सड़क और फुटपाथ मरम्मत के नाम पर करोड़ों का घोटाला

Shiv Sena उ बा ठा शाखा क्र 104 मुलुंड शाखाप्रमुख श्री राजेश हरीश साळी ...

Friday, September 13, 2024

30 साल की परंपरा को जारी रखते हुए, निर्मल ग्रुप का गणपति उत्सव : इस बार ...


*30 साल की परंपरा को जारी रखते हुए, निर्मल ग्रुप का गणपति उत्सव : इस बार ‘द्वारका पुरी महल’ की दिव्यता से पाएं बाप्पा का खास आशीर्वाद!*

मुंबई – मुलुंड, जवाहर सिनेमा के मैदान में निर्मल लाइफस्टाइल और निर्मल ग्रुप द्वारा गणपति उत्सव का आयोजन, एक ऐसी परंपरा है जो बीते 30 वर्षों से अनगिनत दिलों को जोड़ रही है। इस वर्ष, 2024 में, यह आयोजन और भी खास है। ‘द्वारका पुरी महल’ की भव्य सजावट, जैसे हम द्वारकाधीश पहोच गए, और 11 फीट की दिव्य गणेशजी की मूर्ति, हर भक्त के हृदय में अपार श्रद्धा का संचार कर रही है।

तीन दशकों से लगातार, यह उत्सव सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक भावना है, जो हमें एक-दूसरे से जोड़ती है, हमारे परिवारों और मित्रों को एकजुट करती है। गणपति बाप्पा की यह उपासना हर साल हमें नए उल्लास, उम्मीद, और सच्चे आशीर्वादों से भर देती है।

आइए, इस साल भी इस उत्सव में शामिल होकर गणपति बाप्पा के चरणों में अपनी आस्था अर्पित करें, उनका आशीर्वाद प्राप्त करें, और प्रेम और भक्ति के इस सफर का हिस्सा बनें। 

  

**गणपति बाप्पा मोरिया!**









Monday, September 9, 2024

श्रावण की अमावस्या श्री बालराजेश्वर महादेव मंदिर में भक्ति का मेला


श्रावण की अमावस्या : श्री बालराजेश्वर महादेव मंदिर में भक्ति का मेला

 

मायानगरी मुंबई के मुलुंड उपनगर में स्थित श्री बालराजेश्वर महादेव मंदिर सदियों से भक्तों के लिए आस्था का केंद्र रहा है। यह मंदिर विशेष रूप से श्रावण मास में लाखों शिवभक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस वर्ष श्रावण मास में सोमवार और अमावस्या का दुर्लभ संयोग बनने से मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा।

शिवभक्तों ने पूरे दिन मंदिर में जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए। मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तों ने भाव विभोर होकर भगवान शिव की स्तुति की। शिवभक्तों ने महाप्रसाद का भी भव्य आयोजन किया, जिसमें हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।

श्री बालराजेश्वर महादेव मंदिर का महत्व

श्री बालराजेश्वर महादेव मंदिर अपनी प्राचीनता और भव्य वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। मान्यता है कि इस मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा स्वयं प्रकट हुई थी। इस मंदिर में आने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

श्रावण मास का महत्व

श्रावण मास को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र माह माना जाता है। इस माह में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस माह में भगवान शिव भक्तों पर विशेष कृपा बरसाते हैं।


Sunday, September 8, 2024

श्रावण की अमावस्या श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर में भक्ति का सागर






श्रावण की अमावस्या श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर में भक्ति का सागर

वसई के हरे-भरे पहाड़ों पर बसा श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर सदियों से भक्तों के लिए आस्था का केंद्र रहा है। मान्यता है कि भगवान परशुराम जी ने इसी स्थान पर तपस्या कर के मंदिर की स्तापना और प्रतिष्ठा की थी और इसीलिए यह मंदिर विशेष महत्व रखता है। हर साल श्रावण मास में यह मंदिर लाखों भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बन जाता है।

इस साल श्रावण मास में सोमवार और अमावस्या का दुर्लभ संयोग बनने से श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। पिछले पचास वर्षों में ऐसा दुर्लभ संयोग पहली बार बना था। इस अवसर पर हरि ओम सेना द्वारा आयोजित महाप्रसाद में हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।

"मैं हर साल श्रावण में श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर आता हूं, "एक भक्त ने बताया," लेकिन इस साल का माहौल कुछ और ही था। इतने सारे भक्तों को एक साथ देखकर मन प्रसन्न हो गया।"

श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर तक पहुंचने के लिए आप वसई रेलवे स्टेशन से ऑटो या फिर मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर तुंगारेश्वर का बोर्ड दिखेगा वहासे बाबा सीताराम मंदिर पहुंच सकते हैं। वहां से शेर-रिक्शा या सूमो से मात्र 100 रुपये में आप मंदिर पहुंच सकते हैं।

मंदिर परिसर में भगवान गणेश जी, काल भैरव जी, बटुक भैरव जी, भैरवी भवानी माता जी, श्री राम पादुका और हनुमान जी के भी मंदिर हैं, थोडा और ऊपर जाने पर जागमाता जी का मंदिर है। भक्त यहां आकर इन देवी - देवताओं की पूजा-अर्चना करते हैं और मन की शांति प्राप्त करते हैं।

Sunday, August 18, 2024

9-Year-Old Tanush Komal Kamlesh Solanki Wins Gold in International Abacus Grading Examination 2024

 Thane, India – 16th Aug 2024 : In a remarkable display of mathematical prowess, 9-year-old Tanush Komal Kamlesh Solanki has emerged victorious, winning the gold medal in the International Abacus Grading Examination 2024. The competition, which featured over 1,000 students from across the globe, was held at the prestigious Dr. Kashinath Ghanekar Auditorium, Hiranandani Meadows.

 


Tanush Solanki’s achievement in this highly competitive event showcases his outstanding mental arithmetic skills and his dedication to mastering the abacus, a tool known for enhancing cognitive abilities, concentration, and speed in mathematical calculations. Competing against students from various countries, Tanush impressed the judges with his accuracy, speed, and problem-solving capabilities, securing the top position.

 


The International Abacus Grading Examination is widely regarded as a rigorous test of mental calculation, and Tanush’s victory is a testament to his hard work, determination, and support from his family and teachers.

 


Speaking to reporters after the event, Tanush expressed his joy, saying, "I am thrilled to have won the gold medal. I love working with the abacus, and this win motivates me to keep improving."

 

Tanush's triumph has brought immense pride to his family and school, as well as recognition from the local community. His success in this global competition highlights the potential of young minds and the importance of nurturing such talents from an early age.

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