सनातन जड़ें प्रबल हो रही है!
https://youtu.be/6zAA4IcBYY4
एक अलग धुन पर नृत्य: भक्ति संगीत के साथ शिव के साथ नए साल
का जश्न मनाते हुए आज का युवा वर्ग.
https://fb.watch/ppjA6i1Mnx/
नियॉन सड़कों से लेकर मंदिर की गूँज तक: एक पीढ़ी अपनी जड़ों को पुनः प्राप्त करती है
ऐसे समय में, जब पूरा देश 'पश्चिमी तरीके' से नया साल
मनाता है, पूरी
रात पार्टी करते है,
पश्चिमी भोजन का स्वाद लेते है, लेकिन कुछ
युवा ऐसे भी हैं जो 31 दिसंबर को सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की ओर लौट
रहे हैं। शिव मंदिर,
श्री परशुराम भगवान की नगरी श्री क्षेत्र तुंगारेश्वर
देवस्थान जो साधू-संतोंकी तपोभूमि में भगवान शिवजी की भक्ति करके शिवमय होकर के युवाओं ने पुरे मंदिर और
पुरे परिसर को फूलों से सजाया और भजन कीर्तन से सभी शिवमय होकर अंग्रेजी नए साल का
स्वागत किया वैसे सनातन धर्म का नया साल तो दीवाली, पोंगल, गुडी पाडवा, संक्रांत,
लोहरी, ऐसे कई हमारे भारतीय त्योहार है नया साल का स्वागत करने के लिए. तो दोस्तों
पूरा विडियो ध्यान से अंत तक देखिये और आप भी शिवमय हो जाइये.