Sunday, September 8, 2024

श्रावण की अमावस्या श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर में भक्ति का सागर






श्रावण की अमावस्या श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर में भक्ति का सागर

वसई के हरे-भरे पहाड़ों पर बसा श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर सदियों से भक्तों के लिए आस्था का केंद्र रहा है। मान्यता है कि भगवान परशुराम जी ने इसी स्थान पर तपस्या कर के मंदिर की स्तापना और प्रतिष्ठा की थी और इसीलिए यह मंदिर विशेष महत्व रखता है। हर साल श्रावण मास में यह मंदिर लाखों भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बन जाता है।

इस साल श्रावण मास में सोमवार और अमावस्या का दुर्लभ संयोग बनने से श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। पिछले पचास वर्षों में ऐसा दुर्लभ संयोग पहली बार बना था। इस अवसर पर हरि ओम सेना द्वारा आयोजित महाप्रसाद में हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।

"मैं हर साल श्रावण में श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर आता हूं, "एक भक्त ने बताया," लेकिन इस साल का माहौल कुछ और ही था। इतने सारे भक्तों को एक साथ देखकर मन प्रसन्न हो गया।"

श्री तुंगारेश्वर महादेव मंदिर तक पहुंचने के लिए आप वसई रेलवे स्टेशन से ऑटो या फिर मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर तुंगारेश्वर का बोर्ड दिखेगा वहासे बाबा सीताराम मंदिर पहुंच सकते हैं। वहां से शेर-रिक्शा या सूमो से मात्र 100 रुपये में आप मंदिर पहुंच सकते हैं।

मंदिर परिसर में भगवान गणेश जी, काल भैरव जी, बटुक भैरव जी, भैरवी भवानी माता जी, श्री राम पादुका और हनुमान जी के भी मंदिर हैं, थोडा और ऊपर जाने पर जागमाता जी का मंदिर है। भक्त यहां आकर इन देवी - देवताओं की पूजा-अर्चना करते हैं और मन की शांति प्राप्त करते हैं।

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