मुलुंड, मुंबई - पिछले
कुछ वर्षों मुलुंड पश्चिम स्थित नंदनवन इंडस्ट्रियल इस्टेट के गाला धारकों द्वारा
अपने दुकानों को धीरे धीरे गैर तरीकों से और बिना मनपा की अनुमति के बढाने का काम
हुआ था. इस विषय में कई शिकायतें स्थानीय टी वार्ड मनपा कार्यालय को प्राप्त हुई
थी. इस कारवाई के दौरान बीस भव्य अतिक्रमणों पर महानगर पालिका का हतोड़ा चलाया गया.
इस कारवाई में विशेष रूप से बूमरो बिस्टरो एंड ग्रिल नामक एक होटल पर जोरदार
कारवाई हुई. होटल, हुक्का बार, मद्यपान आदि की सुविधाओं को बड़े पैमाने पर समाविष्ट
करने के लिए इस गाला धारक के संचालक ने सबसे अधिक अनाधिकृत अतिक्रमण किया था ऐसा
पता चला है. मनपा की कारवाई होने से पहले भी बूमरो विवादों से घिरा रहा है. बिना
परमिट के मद्यपान उपलब्ध करवाना, नाबालिग बच्चों को हुक्का, मद्यपान धुम्रपान और
शराब उपलब्ध करवाना आदि के लिए पुलिस और एक्ससाइज विभाग की कारवाई का सामना करा
पड़ा है. विवादों के चलते और प्राप्त शिकायतों की वजह से अन्य गाला धारक भी मनपा की
कारवाई की चपेट में आ गए ऐसा स्थानीय गाला धारकों का कहना है. इसके पहले भी मनपा ने
बूमरो के साथ नंदनवन इंडस्ट्रियल इस्टेट के गाला धारकों पर कारवाई करने का प्रयास
किया था. लेकिन उनमे से कुछ स्थानीय गाला धारकों का मनपा लोगों से हितसंबंध होने
की वजह से कारवाई के विषय में पूर्वसूचना मिल जाती थी और गाला धारक कोर्ट से
स्थगिती प्राप्त करने में यशस्वी हो जाते थे. लेकिन हाल में न्यायलय द्वारा
प्राप्त स्थगिती आदेश की कालावधि समाप्त होने की वजह से और साथ में नए स्थगिती
आदेश प्राप्त करने में असफल होने की वजह से अंत में यहाँ के गाला धारकों को मनपा
की कारवाई का सामना करना पड़ा.